आपकी राशि क्या है ?

आप में से अधिकतर लोग अपनी राशि के बारे में अस्पष्ट हैं  |

सोलर सिस्टम-सूर्य बनाम ल्यूनर सिस्टम-चन्द्रमा

इस बारे में पहली दो  बातें ये हैं कि समाचार पत्रों में एक एक महीने में बंद  राशियाँ दी गयी होती हैं  ओर अपनी जन्म तारीख उनमें देख कर हम अपना भविष्य जान लेते हैं | यह पश्चिमी सभ्यता के सोलर सिस्टम अर्थात सूर्य का प्रत्येक राशि में प्रवेश पर आधारित होता हैं | इसी आधार पर लोग अपने आप को उस राशि का जातक मानते हैं | कन्या व् तुला राशि निर्धारण में 23 सितम्बर पर ये सोलर राशियाँ एकमत नहीं हैं | परन्तु, भारत में ल्यूनर सिस्टम अर्थात चन्द्रमा आधारित राशियाँ मानी जाती हैं | सूर्य एक राशि में एक महिना रहता है जबकि चंद्रमा एक राशि में सवा दो दिन भ्रमण करता है जिससे हम  अधिक बारीकी से राशि भ्रमण व् उसके प्रभाव, लाभ तथा हानि आदि देख सकते हैं |

महत्वपूर्ण कोनसी राशि : जन्म राशि या  नाम राशि

दूसरी दो बातें भी महत्वपूर्ण हैं | आप लोग जन्म राशि व् नाम राशि के भंवर में स्पष्ट नहीं हो पाते कि कोन सी प्रभावशाली है-सच्ची है या लाभदायक हैं | जन्म के समय  चन्द्रमा जिस नक्षत्र-राशि पर होता है, वही जन्म राशि होती है और  दिए गये अक्षरों से चरण अनुसार नाम रखा जाता है | फिर भी, कई  जगह अलग से नाम रखने की परम्परा है | इस कारण  नाम राशि या यों कहें कि प्रसिद्ध  नाम राशि अलग हो जाती है | प्रश्न उठता है कि  किस राशि को हम अन्तत मान लें | कृपया निम्न  पढ़ें :-

 

विवाहे, सर्वमांगल्ये, यात्रादो ग्रह गोचरे जन्म राशि विचार करें |

देशे, ग्रामे, गृह, युधे,  सेवायां (नोकरी), व्यवहारके नाम राशि विचार करें  |

 

आप नये जन्मे बच्चे का नाम जन्म राशि से रखना चाहते हैं  या अपनी मर्ज़ी का प्रसिद्ध नाम रखना चाहते हैं, आपकी ईच्छा | जन्म राशि पर जब शनिदेव आयेंगे तब साढ़े सात साल के लिए साढ़ेसाती अपने प्रभाव देगी | यदि जन्म राशि व् प्रसिद्ध नाम राशि एक ही है तो शनि के शुभाशुभ प्रभाव के ही बार होंगे | अन्यथा, नाम राशि पर भी शनि अपने प्रभाव साढ़ेसाती जैसे ही करते हैं |

आप अपनी नाम राशि नीचे दिए जा रहे अक्षरों से जान सकते हैं | इस तरह आप  अपना भविष्य भारतीय परिवेश में  अपने चल रहे नाम के आधार पर हर रोज़ देख सकते हैं | जिन्हें  अपनी जन्म राशि नहीं पता, उनके लिए तो प्रसिद्ध नाम ही सब कुछ है व्  इसके आधार पर ही भविष्यफल तय हो जाता है:-

 

मेष राशि (नाम अक्षर: चू,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,अ)

वृष राशि (नाम अक्षर: ई,उ,ए,ओ,वा,वी,वू,वे,वो)

मिथुन राशि   (नाम अक्षर: क,की,कु,घ,ड,छ,के,को,ह

कर्क राशि (नाम अक्षर: हि,हु,हे,हो,डा,डी,डू,डे,डो) 

सिंह राशि (नाम अक्षर: मा,मी,मू,में,मो,टा,टी,टू,टे) 

कन्या राशि (नाम अक्षर: टो,पा,पी,पू,ष,ण,ठ,पे,पो) 

तुला राशि (नाम अक्षर: रा,री,रु,रे,रो,ता,ती,तू,ते)

धनु राशि (नाम अक्षर: ये,यो,भा,भी,भू,धा,फ,ढ,भे)

मकर राशि (नाम अक्षर: भो,ज,जा,जी,जे,जो,खा,खी,खु,खे,खो,गा,गी,ज्ञ)

कुम्भ  राशि (नाम अक्षर: गु,गे,गो,सा,सी,सु,से,सो,दा)

मीन  राशि (नाम अक्षर: दी,दू,थ,झ,दे,दो,चा,चि)

 

 आप मुफ्त में  एक  बार  में एक प्रश्न वेबसाइट  www.panditjksharma.com  पर  ईमेलThis email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.  पर  अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान का जिला भेज कर पूछ सकते हैं  | यह सुविधा केवल एक बार मिलती है |

 

वर्ष फल बनवाना भी ठीक रहता है, इसके लिए दक्षिणा  देय होती है  |

 

ज्योतिष का ज्ञान रखने वाले विद्वान इसका खंडन, आलोचना करके उपरोक्त में कमियां भी लिखें तो में अपने ज्ञान वृद्धि के लिए उनका धन्यवादी होऊंगा  | आलोचना करते हुए अपना तर्क अवश्य दें |अकारण या नास्तिक होने पर अज्ञानी की तरह टिप्पणी करने से क्या लाभ ?

 

नारायण, नारायण |

 

22 जुलाई 2016