संक्षिप्त वर्षफल 2024
(“कालयुक्त” संवत 2081- राजा मंगल व् मंत्री शनि )
नव संवत व् नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
आप की प्रसिद्ध नाम राशि पर आधारित वर्ष 2024 के लिए
आप के बारे में वर्षफल प्रस्तुत है |
-डॉ जे के शर्मा
सूचना:
- शास्त्रों के अनुसार, आपके प्रसिद्ध नाम के अनुसार ही आपको सारी उम्र कार्य, जॉब व्यापार, प्रमोशन, लाभ-हानि आदि प्राप्त होते हैं |
- आपकी जन्म राशि से विवाह, मंगल कार्य व् यात्रा का विचार किया जाता है |
- आप की प्रसिद्ध नाम राशि व् आपकी जन्म राशि एक ही हो सकते हैं | इसलिए भी, प्रसिद्ध नाम पर आधारित यह भविष्य फल आप पर पूरा सटीक रहेगा, ऐसा पूरा विश्वास है |
- तब भी, व्यक्तिगत कुंडली आप विद्वान ज्योतिषी को दिखाएँ व् पूरे वर्ष का विवरण प्राप्त करें |
- विभिन्न ग्रहों के उपायों के लिए इसी वेबसाइट पर ढूंढें | केवल उचित व् सम्भव उपाय करें |
- स्टोन-नग आदि केवल तब पहने जब उस स्टोन-नग का ग्रहवक्री-रेट्रोग्रेड नहो |
सूचनार्थ:
- शनि साढ़ेसाती कैसे शुरु होती है ?: शनि एक राशि पर ढाई वर्ष रहते हैं | चन्द्र राशि (यदि आपको अपने जन्म की तारीख आदि नहीं पता तो आपके प्रसिद्ध नाम ) से पहली राशि पर शनि आने पर शनि साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाता है | यहाँ शनि ढाई वर्ष रहता है | जन्म राशि /चन्द्र राशि (जिनकी कुंडली आदि नहीं है तो उनकी प्रसिद्ध नाम राशि) पर शनि आने पर शनि साढ़ेसाती का दूसरा चरण होता है | इन ढाई वर्षों में साढ़ेसाती चरम सीमा पर होती है | इसके बाद, फिर शनि राशि परिवर्तन करके चन्द्र राशि से अगली राशि पर जाने पर साढ़ेसाती का तीसरा चरण होता है | इसकी अवधि समाप्त होने पर, शनि साढ़ेसाती समाप्त हो जाती है | इस तरह लगभग साढ़े सात-आठ वर्ष लग जाते हैं क्योंकि हर वर्ष शनि 140 दिन वक्री भी चलता है |
- साढ़ेसाती के प्रभाव : अलग अलग राशियों पर पहले ढाई वर्ष, अगले ढाई वर्ष व् अंतिम ढाई वर्ष में अलग अलग शुभ व् अशुभ प्रभाव होते हैं, सभी राशियों पर एक जैसा समान प्रभाव नहीं होता |
- अभी मकर, कुम्भ व् मीन राशियों पर शनि साढ़ेसाती चल रही है |
- शनि का ढईया कर्क व् वृश्चिक राशियों पर चल रहा है |
- जिन लोगों की जन्म कुंडली में यदि कोई ग्रह जन्म से ही अस्त या अपनी नीच राशि में या वक्री हों तो उस ग्रह से जातक को नगण्य लाभ मिलता है |
- इसके लिए, योग्य ज्योतिषी के मार्गदर्शन में सम्बंधित ग्रह का असली स्टोन/नग सही समय पर पहन कर व् उस ग्रह के उचित उपाय आदि करके समुचित लाभ आदि मिल जाते हैं व् हानि /कष्ट आदि थोड़े कम हो जाते हैं |
महत्वपूर्ण सूचना: (निम्न में जिन राशियों पर लिखे गए ग्रह वक्री आदि होकर जैसा प्रभाव डाल सकते हैं, यहाँ संकेत दिया गया है | सम्बंधित राशियों के लोग उचित बचाव करें व् उपाय आदि कर लें )
- मंगल वक्री: मंगल कर्क राशि में 7 दिसम्बर से वक्री होकर, वापिस मिथुन राशि में 21 जनवरी 2025 को आएगा व् 24 फरवरी 2025 को मिथुन राशि में मार्गी होगा | कर्क व् मिथुन राशियों के जातकों को लो बी पी / कम एच बी व चोट-दुर्घटना सम्भव होंगे |
- बुध वक्री : (क) मेष राशि में 2 अप्रैल से वक्री होकर मीन में 9 अप्रैल को आएगा तथा 27 अप्रैल को मार्गी होगा | (ख) सिंह राशि में 5 अगस्त से वक्री चल कर वापिस 22 अगस्त को कर्क राशि में आकर 29 अगस्त को मार्गी होगा | (ग) वृश्चिक राशि में 26 नवम्बर से 16 दिसम्बर तक वक्री रहेगा | वक्री बुध के समय जॉब/व्यापार में हानि व् चीटिंग, फाइनेंसियल फ्रॉड, मित्र साथियों द्वारा धोखा, इनकम टैक्स, ईडी, बैंक व् शेयर मार्किट आदि से समस्या संभव |
- गुरु बृहस्पति वक्री : हर वर्ष 120 दिन वक्री-उल्टा चलता है | वृष राशि में 9 अक्तूबर 4 फरवरी 2025 तक वक्री चलेगा | शूगर बढ़ना या बीमारी व् प्राइवेट पार्ट्स सम्बन्धी समस्या सम्भव होगी | परिवार-पुत्र –बुजुर्गों, स्वास्थ्य , फ्लैट्स-प्रॉपर्टी वाहन सम्बन्धी समस्याएँ होती हैं |
- शुक्र अस्त /तारा डूबना : अस्त शुक्र मेष राशि में 30 अप्रैल से अस्त चलता हुआ वृष, मिथुन पार करके कर्क राशि में 7 जुलाई को उदय होगा | विवाह, शुभ कार्यों में रुकावट, शूगर लो, पेंक्रिया व् प्राइवेट पार्ट्स सम्बन्धित समस्याएँ बीमारियाँ आदि संभव होंगे |
- शनि वक्री : हर वर्ष 140 दिन वक्री-उल्टा चलता है | कुम्भ राशि में 30 जून से 15 नवम्बर तक वक्री चलेगा | शनि के वक्र काल में रिश्तों में खटास, धन की कमी, स्वास्थ्य खराब, जॉब व् आय आदि में समस्याएँ होती हैं |
- वक्री राहू : (सदैव वक्री रहता है |) मीन राशि में 31-10-2023 से 17-5-2025 तक रहेंगे | भटकाव, कार्यों में अनावश्यक देरी व् रुकावटें, आदि सम्भव | यदि गुरु कुंडली में शुभ नहीं तो हार्ट समस्या आदि सम्भव हैं |
- वक्री केतु : (सदैव वक्री रहता है |) कन्या राशि में 31-10-2023 से 17-5-2025 तक रहेंगे | अनजाने बुखार, अनावश्यक ऑपरेशन, बीमारी व् चोट दुर्घटना आदि सम्भव होते हैं |
- सम्बंधित ग्रह /ग्रहों के वक्र काल से पहले सामान्य जीवन चलता रहेगा तथा वक्र काल के बाद फिर सब कार्य व्यापार व् सांसारिक कार्य-सफलता आदि सामान्य ढंग से मिलते जायेंगे |
भविष्यफल
- वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी : जहाँ कहीं जन्म तारीख के अनुसार दैनिक/साप्ताहिक भविष्य लिखा जाता है, वह वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी अनुसार है जो सूर्य के एक महीने में एक राशि के भ्रमण के आधार पर होता है |
- भारतीय वैदिक ज्योतिष अनुसार आपका दैनिक/साप्ताहिक भविष्यफल कथन चन्द्रमा का एक राशि में सवा दो दिन के गोचर के आधार पर बताया जाता है जो अधिक सूक्ष्म व् सटीक होता है | )
- मेष लगन/राशि (Aeries) :
आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर : चू,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,अ
( शुभ अंक 1, आपकी राशी का स्वामी ग्रह मंगल )
मेष राशि/लगन/चन्द्र राशि मेष या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार मेष राशि: आपकी नाम राशि का स्वामी मंगल अब भाग्य स्थान पर गुरु बृहस्पति की धनु राशि में 17 जनवरी से उदय हो रहा है व् साथ ही लग्न पर गुरु बृहस्पति 12 वर्ष बाद – दोनों ग्रह - 22 अप्रैल तक आपको अपार अभूतपूर्व सफलताएँ देने तो तैयार हैं | 23 अप्रैल से 31 मई आय कम, खर्चा अधिक व् स्वास्थ्य –बीमारी आदि पर व्यय सम्भव है | 1 जून से 19 अक्तूबर तक कार्य व्यापार जॉब आदि में वारे न्यारे होंगे | गुरु बृहस्पति लग्न पर व् ततपश्चात 1 मई से दूसरे घर में 8 अक्तूबर तक आपको सपरिवार सफलताएँ व् खुशियाँ प्रदान करेगा | अभी से, विवाह योग्य युवाओं का विवाह योग बनेगा | 22 अप्रैल तक जॉब में प्रमोशन, आय वृद्धि , व्यापार में या प्रॉपर्टी डीलिंग में उच्चतम लाभ मिलेगा | प्रॉपर्टी बनाने व् खरीदने-बेचने का सही समय |
शनि आय स्थान पर है जो मार्च 2025 तक (वक्र काल छोड़कर) आपको अनापेक्षित आय-धन देगा | घर से दूर – विदेश यात्रा सम्भव – व् अनावश्यक खर्चे भी गुरु व् शनि के वक्र काल में सम्भव हैं, वैसे राहू भी बाहरवें घर से आपको यात्रायें कराएगा |
यदि आपकी आयु का 28-29 वां वर्ष चल रहा है या मंगल की 7 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो मंगल/हनुमान जी की पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें, अवश्य ही सर्व सुख लाभ जॉब प्रमोशन विवाह सन्तान आदि मिलेंगे |
जन्म से ही राशि-स्वामी मंगल अस्त /कर्क राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा, निश्चित है | आप मंगल, सूर्य, गुरु व् शनि के दान व् उपाय आदि करें तो आपको अधिक लाभ आदि मिलेंगे |
शुभ/ लाभकारी समय : 17-1-2024 से 22-4-2024 /1-6-2024 से 19-10-2024
कमज़ोर /हानिकारक समय: 23-4-2024 से 31-5-2024 /20-10 -24 से 23-2-2025
- वृष लग्न/राशि Taurus:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर :ई,उ,ए,ओ,वा,वी,वू,वे,वो ):
(शुभ अंक 2, आपकी राशि का स्वामी ग्रह शुक्र )
वृष राशि/लगन/चन्द्र राशि वृष या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार वृष राशि के: शुक्र आपको आत्म विश्वासी, निडर व् मजबूत मनोबल वाला बनाये रखता है | आपके भाग्य में सारी उम्र मेहनत करते रहना ही लिखा है | अभी शुक्र 17 जनवरी तक व् ततपश्चात 7 मार्च से 23 अप्रैल तक शुभ लाभ आय आदि देगा | 30 अप्रैल से शुक्र अस्त होते हुए भी, 19 मई से 24 अगस्त तक सुख समृद्धि मान सम्मान धन वृद्धि तथा सामाजिक एवं पारिवारिक रिश्तों को मजबूत करेगा | घर व् बाहर उत्सव आदि होंगे, आप सम्मानित होंगे | आय व् जॉब में वृद्धि – प्रमोशन के पूर्ण योग हैं क्योंकि गुरु बृहस्पति भी 1 मई से आपकी राशि/लग्न पर आकर सुख-सम्पति, घर/बड़ा घर, वाहन, सन्तान, पुत्र आदि शुभ लाभ दिलाएगा | शनि देव जॉब व्यापार में वृद्धि व् अधिक लाभ का संकेत दे रहे हैं | अक्तूबर, दिसम्बर व् जनवरी 2025 में फिर शुभ लाभ अच्छे होंगे हालाँकि गुरु बृहस्पति व् शनि सहायक न होंगे | शूगर व् प्राइवेट पार्ट्स सम्बन्धी समस्या होने पर तुरंत इलाज कराएँ | दही /खीर का उपाय (इसी वेबसाइट पर देखें) व् गाय को चारा देना - आपको विशेष लाभ देंगे |
यदि आपकी आयु का 25-26 वां वर्ष चल रहा है या शुक्र की 20 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो आप शुक्र की अधिकाधिक पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें | आपको मान सम्मान प्रतिष्ठा जॉब-प्रमोशन व् विवाह आदि के सर्व लाभ मिलेंगे |
जन्म से ही राशि-स्वामी शुक्र अस्त /कन्या राशि में नीच/ या वक्री होते ओते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा | आप शुक्र, सूर्य, गुरु व् शनि के उपाय करें |
शुभ/ लाभकारी समय :12-2-24 /7-3-24 से 23-4-24 तक/7-7-24 से 24-8-24/ 13-10-24 /2-12-24 से 1-3-25 तक
कमज़ोर /हानिकारक समय: 30-4-24 से 6-7-24 /25-8-24 से 12-10-24/7-11 -24/2-3-25 से वक्री –हानिकारक |
- मिथुन लगन/राशि Gemini :
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर: क,की,कु,घ,ड,छ,के,को,ह)
(शुभ अंक 5, आपकी राशि का स्वामी ग्रह बुध )
मिथुन राशि/लगन राशि /चन्द्र राशि मिथुन या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार मिथुन राशि : आपकी राशि का स्वामी बुध आपको व्यवहार-कुशल व् किसी भी तरह काम करने / निकालने का गुण दिए हुए है | वर्ष में 3 बार (24, 24 व् 24 दिनों के लिए अलग अलग समय पर) बुध वक्री होकर आपके रूटीन को हिला देता है, हानि करता है, आय – जॉब – व्यापार आदि में हानि करता है | 20 फरवरी से बुध कुम्भ राशि में – 7 मार्च से मीन राशि में 1 अप्रैल तक लाभकारी रहेगा | कार्य व्यापार जॉब व् नयी जॉब आदि के योग बनेंगे | बुध का लाभकारी व् कमज़ोर समय नीचे लिखे हैं | बुध एक राशि में 20 दिन रहता है | आठवें तथा बाहरवें घर में यह लाभ न देकर हानि करता है |
जन्म से ही राशि-स्वामी बुध अस्त /मीन राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा | गणेश जी व् दुर्गा माता की सारी उम्र पूजा-उपासना करें | बुध, गुरु व् शनि के उपाय करें |
यदि आपकी आयु का 32-33-34 वां वर्ष चल रहा है या बुध की 18 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो आप बुध की अधिकाधिक पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें | गणेश जी की विशेष पूजा करें | आपको मनचाही जॉब-प्रमोशन, कार्य, व्यापार, आय, विवाह/सन्तान नहीं हुए तो विवाह/संतान देने वाला यह वर्ष होगा |
शुभ/ लाभकारी समय : 20-2-24 से 1-4-24 तक/14 -6-24 से 28-6-24 /4-9-24 से 25-11-24 /4-1-25 से 24-1-25 /11-2-25 से 14 -3-25
कमज़ोर /हानिकारक समय: 2-4-24 से 25-4-24 (वक्री)/5-8-24 से 29-8-24 वक्री/26-11-24 से 16-12-24
कर्क लगन/राशि -Cancer:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर : हि, ही ,हु, हे, हो, डा,डी,डू,डे,डो)
(शुभ अंक 2, आपकी राशि का स्वामी ग्रह चन्द्र )
शनि का ढाई वर्ष का ढईया : 30 अप्रैल 2022 से 29 मार्च 2025 तक आप पर शनि का ढईया चल रहा है | रजतपाद होने से प्रगति, समृद्धि, सुख सम्पदा लाभ, शुभ मंगल उत्सव आदि होते रहेंगे | जॉब-कार्य-व्यापार में सुखद वृद्धि होगी, प्रमोशन के बहुत अच्छे योग बनेगे |
कर्क राशि/लगन/चन्द्र राशि कर्क या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार कर्क राशि : चन्द्रमा हर राशि में सवा दो दिन रहता है | कर्क-लग्न कुंडली अनुसार, लग्न में ही कर्क का चन्द्र अति उत्तम होता है यदि नीच या अस्त (अमावस का) ना हो | कुंडली में चन्द्र केंद्र /त्रिकोण या सही घर में होने पर वर्ष उत्तम रहता है | शुक्ल पक्ष का बढ़ता चन्द्रमा आप की सुख सुविधाओं में वृद्धि करता रहेगा | गुरु बृहस्पति अभी -दसवें घर – जॉब/कार्य/व्यापार आदि का घर- में तथा 1 मई से ग्यारहवें घर –आय के घर में आकर आय वृद्धि व् प्रमोशन का संकेत देते हैं , 2023 में प्रमोशन योग बन गए थे | घर, वाहन, विवाह व् सन्तान सुख आदि प्राप्त होंगे | शनि इस समय आठवें घर में रहकर विदेश यात्रा व् या दूर स्थानों की यात्रा करायेंगे, शनि धन की थोड़ी कमी मार्च 2025 तक रखेंगे, अप्रैल 2025 से भाग्योदय होगा | 7-12-24 से 24-2-25 के बीच लो बी पी / कम एच बी व चोट-दुर्घटना सम्भव होंगे, बचाव करें |
जन्म से ही राशि-स्वामी चन्द्र अस्त(अमावस) /वृश्चिक राशि में नीच होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव मिलेंगे, आश्वस्त रहें | चन्द्र, शुक्र, गुरु व् शनि के उपाय करें |
यदि आपकी आयु का 24-25वां वर्ष चल रहा है या चन्द्रमा की 10 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो आप चन्द्रमा की अधिकाधिक पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें | आपको अच्छी शिक्षा, जॉब-कार्य-आय प्राप्त होंगे | विवाह आदि के सर्व लाभ मिलेंगे |
शुभ/ कमज़ोर समय : चूँकि चन्द्रमा हर राशि में सवा दो दिन रहता है, इसलिए यहाँ पूरे वर्ष का विवरण सम्भव नहीं |
- सिंह लगन/राशि Leo:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर:मा,मी,मू,में,मो,टा,टी,टू,टे)
(शुभ अंक 1, आपकी राशि का स्वामी ग्रह सूर्य )
सिंह राशि/लगन राशि /चन्द्र राशि सिंह या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार सिंह राशि : आपकी नाम राशि का स्वामी सूर्य है | आप शक्तिशाली, अभिमानी/स्वाभिमानी व् ज़िद्दी हैं | आप किसी अन्य के अधीन काम करना पसंद नहीं करते | आपको क्रोध शीघ्र आता है | आप राजा शेर (सिंह) की तरह सर्वोपरि रहना पसंद करते हैं | आप नहीं चाहते कि आपके सामने कोई सिर उठाये | आप अपने विरोधी को नहीं भूलते व् उचित अवसर देखकर उससे बदला लेते हैं व् उसे परास्त कर देते हैं | इस वर्ष जॉब कार्य व्यापार में सर्वश्रेष्ट आय लाभ मान सम्मान व् अधिक व्यापार तथा विशेष उपलब्धियां व् प्रमोशन आदि प्राप्त करेंगे (यदि जन्म से शनि अशुभ नहीं है ) | गुरु बृहस्पति 1 मई से आपको यह सब शनि व् सूर्य के सहयोग से दिलाएगा | अफेयर्स / विवाह/सन्तान सम्बन्धी कार्यक्रम आपके चल रहे हैं, सफल होंगे | शूगर व् साथी/जीवन साथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें |
जन्म से ही राशि-स्वामी सूर्य तुला राशि में नीच या शत्रु क्षेत्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा |
यदि आपकी आयु का 22-23 वां वर्ष चल रहा है या सूर्य की 6 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो आप सूर्य की अधिकाधिक पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें | आपको शिक्षा में श्रेष्ट, मान सम्मान प्रतिष्ठा, अच्छी जॉब-आय आदि प्राप्त होंगे व् विवाह आदि की भी सम्भावना बनेगी | सूर्य, शुक्र, गुरु व् शनि के उपाय करने से अधिक लाभ रहेगा व् बचाव होगा |
शुभ/ लाभकारी समय : 16 अप्रैल से 15 जुलाई /16 अगस्त से 15 अक्तूबर/ 16 नवम्बर से 16 जनवरी
कमज़ोर /हानिकारक समय: 16 जुलाई से 15 अगस्त /16 अक्तूबर से 15 नवम्बर/ 16 जनवरी से 15 अप्रैल
- कन्या लगन/राशि Virgo:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर:टो,पा,पी,पू,ष,ण,ठ,पे,पो)
(शुभ अंक 5, आपकी राशि का स्वामी ग्रह बुध )
कन्या राशि/लगन राशि /चन्द्र राशि कन्या या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार कन्या राशि : आपकी नाम राशि का स्वामी ग्रह बुध है | बुध हर वर्ष तीन बार 24-24-24 दिन के लिए वक्री (उल्टा) चलता है | बुध आप को तेज बुद्धिमान, गम्भीर, शांत व् हास्य रस से भरपूर रखता है | आप स्थिति अनुसार अपना कार्य निकल लेते हैं | आपकी कुंडली अनुसार, जॉब-कार्य- व्यापार-कर्म स्थान पर आपके ग्रह बुध की ही राशि मिथुन होने से आप सारे कार्य सकुशलता व् चतुराई से निकाल लेते हैं |
शनि छ्टे घर – बुध के घर में - अच्छी शिक्षा व् ट्रेनिंग आदि प्रदान करता है |
यदि जन्म से ही शनि या बुध या दोनों वक्री हों तो अत्यंत हानिकारक समय व् सम्बन्ध विच्छेद या कोर्ट केस द्वारा झगड़े आदि का समय है | पार्टनरशिप में झगड़ा व् टूटने का समय भी यही है | नकारात्मक (वक्री) शनि आपकी कुंडली में बुध के घर - चीटिंग, मित्रों से धोखा, शत्रुओं से झगड़ा व् मुकद्दमे बाजी, बीमारी,कोर्ट केस,इनकम टैक्स, बैंकिंग समस्या, फ्रॉड, लव अफेयर्स/एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर्स – आदि अप्रैल 2022 से करवा ही रहा है |
गुरु बृहस्पति 1 मई से भाग्य स्थान पर आकर घर, वाहन, शैया सुख,परिवार व् सन्तान के रुके कार्य, नया घर लेना या बड़ा बनाना आदि शुभ कार्य कराएगा | 2025 में जॉब –कार्य-व्यापार में गज़ब की प्रमोशन होगी |
यदि आपकी आयु का 32-33-34 वां वर्ष चल रहा है या बुध की 18 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो आप बुध की अधिकाधिक पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें | गणेश जी की विशेष पूजा करें | आपको मनचाही जॉब-प्रमोशन, कार्य, व्यापार, आय, विवाह/सन्तान नहीं हुए तो विवाह/संतान देने वाला यह वर्ष होगा |
जन्म से ही राशि-स्वामी बुध अस्त /मीन राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा, निश्चित है | गणेश जी व् दुर्गा माता की सारी उम्र पूजा-उपासना करें | बुध, शनि व् गुरु के उपाय करें |
शुभ/ लाभकारी समय : 7-1-24/25-4-24 से 9 मई /31-5-24 से 16-7-24/29-8-24 से 3-9-24/23-9-24 से 9-10-24/10-9-24 से 25-11-24 /16-12-24 से 3-1-25/ 4-1-25 से 14 -3-25
कमज़ोर /हानिकारक समय: 26-3-24 से 25-4-24 / 10-5-24 से 30-5-24 /19-7-24 से 28-8-24 /4-9-24 से 22-9-24 /26-11-24 से 15-12-24/15-3-25 से वक्री
- तुला लगन/राशि Libra :
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर :रा,री,रु,रे,रो,ता,ती,तू,ते ) :
(शुभ अंक 6, आपकी राशी का स्वामी ग्रह शुक्र )
तुला राशि/लगन राशि /चन्द्र राशि तुला या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार तुला राशि : आपकी नाम राशि का स्वामी शुक्र है | शनि आप की राशि के स्वामी शुक्र का मित्र है | आप स्वाभिमानी, अपनी प्रशंसा व् प्रसिद्धी पसंद करते हैं, आप निडर रहते हैं व् किसी के आगे झुकना पसंद नहीं करते | किसी भी प्रकार का अपमान आप सहन नहीं कर सकते | प्राय: बॉस /अधिकारी से आप की नहीं बनती | आपका विदेश भ्रमण का योग चल रहा है | पेट, शूगर, पेनक्रिया, यूरिनरी व् प्राइवेट पार्ट्स सम्बन्धी कुछ समस्या भी सम्भव हैं | आय – प्रमोशन आदि 2024 में ही शनि, गुरु बृहस्पति व् सूर्य के सहयोग से आपको प्राप्त हुई है | पिता –दादा का स्वास्थ्य खराब व् बॉस से भी थोड़ी नाराज़गी सम्भव है | विदेश यात्रा के योग बने हुए हैं, इस वर्ष अवश्य जाएँ | शुभ समय (नीचे लिखे) में मान प्रतिष्ठा, सामाजिक सम्मान, कार्य व् आय वृद्धि, प्रमोशन तथा सामाजिक सम्बन्ध अच्छे होंगे |
यदि आपकी आयु का 25-26 वां वर्ष चल रहा है या शुक्र की 20 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो आप शुक्र की अधिकाधिक पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें | आपको मान सम्मान प्रतिष्ठा जॉब-प्रमोशन व् विवाह आदि के सर्व लाभ मिलेंगे |
जन्म से ही राशि-स्वामी शुक्र अस्त /कन्या राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा, निश्चित है | शुक्र, सूर्य, शनि व् गुरु के उपाय करें |
शुभ/ लाभकारी समय : 18-1-24 से 30-3-24/24-4-24 से 18-5-24 /12-6-24 से 24-8-24/18-9-24 से 6-11-24 / 7-11-24 से 27-1-25
कमज़ोर /हानिकारक समय: 31-3-24 से 23-4-24 /19-5-24 से 11-6-24 /25-8-24 से 17-9-24 /28-1-25 से 13-4-25
- वृश्चिक लगन / राशिScorpio:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर : तो, ना, नी, नू, ने, नो, या,यी,यू)
( शुभ अंक 9, आपकी राशि का स्वामी ग्रह मंगल )
शनि का ढाई वर्ष का ढईया : 30 अप्रैल 2022 से 29 मार्च 2025 तक आप पर शनि का ढईया चल रहा है | अपनों से विरोध – लड़ाई - झगड़ा, हाथापाई, कोर्ट केस, फ़ौजदारी केस, प्रॉपर्टी सम्बन्धी समस्या/विवाद, धनहानि , घर में क्लेश, शत्रु अधिक व् बीमारियाँ आदि शनि के ढईया में सम्भव है | तब भी आपकी राशि के स्वामी मंगल आपको हर समय हर स्थान पर बचाव करते रहेंगे व् 18 जनवरी के बाद सफलता भी देंगे | 6 दिसम्बर तक मंगल के उपाय आदि करके आपने कार्य सिद्ध कर लें |
वृश्चिक राशि/लगन/चन्द्र राशि वृश्चिक या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार वृश्चिक राशि: आपकी नाम राशि का स्वामी मंगल आपको हर समय निडर, आत्म विश्वासी, मजबूत मनोबल व् शारीरिक ताकत वाला व्यक्ति बनाये रखता है | आप शक्की स्वभाव के हैं | आप डॉक्टर, केमिस्ट, पेथ लैब, जासूस, होटल, रेस्तरां, आर्मी ,पुलिस आदि के कार्य बखूबी से करते हैं | मंगल 18 जनवरी से धनु राशि में उदय होकर सभी के काफी देर से रुके कार्य अब सिद्ध होने लगेंगे | प्रॉपर्टी, जॉब, प्रमोशन, आर्मी व् पुलिस को सफलताएँ, आय/धन वृद्धि आदि सहज ही मिलेंगे | अच्छा या नया निवास/ऑफिस, भूमि खरीदना यदि रुका हुआ था तो अब शुरुआत करके यह कार्य पूरे कर लें विशेषकर गुरु बृहस्पति भी 1 मई से इन कार्यों में सहयोग देंगे | 2024 -25 में जॉब में प्रमोशन, मंगल के उपरोक्त व्यवसायों में प्रमोशन/वृद्धि प्राप्त होगी | आय बढ़ेगी | यदि शनि द्वारा पति-पत्नी में मुटाव/सम्बन्ध विच्छेद/डाइवोर्स आदि की समस्या चल रही हो या घर आदि की प्रॉपर्टी का विवाद आदि हो तो मंगल,चन्द्र तथा शनि के उपाय करें |
यदि आपकी आयु का 28-29 वां वर्ष चल रहा है या मंगल की 7 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो मंगल/हनुमान जी की पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें, अवश्य ही सर्व सुख लाभ जॉब प्रमोशन विवाह सन्तान आदि मिलेंगे | आप मंगल, चन्द्र व् शनि के उपाय करें |
जन्म से ही राशि-स्वामी मंगल अस्त /कर्क राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा, निश्चित है |
शुभ/ लाभकारी समय :18-1-24 से 25-8-24
कमज़ोर /हानिकारक समय: 26-8-24 से 19-10-24 /20-10-24 से 6-6-25
- धनु लगन/राशि Sagitarious:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर :ये, यो, भा,भी,भू,धा,फ,ढ,भे)
(शुभ अंक 3, आपकी राशि का स्वामी ग्रह गुरु बृहस्पति )
धनु राशि/लगन/चन्द्र राशि धनु या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार धनु राशि: आप के नाम राशि का स्वामी ग्रह गुरु बृहस्पति है | आप धार्मिक दयावान, ज्ञानवान व् परोपकारी व्यक्ति हैं | परन्तु, यदि जन्म से बृहस्पति वक्री या नीच राशि मकर में है तो आप अधर्मी, नास्तिक, नशेड़ी व् मांसाहारी हो सकते हैं | अभी गुरु बृहस्पति पांचवें घर (सूर्य के व् अपने घर में) है जो जीवन साथी सुख, सन्तान सुख, सन्तान का जन्म, पुत्र योग आदि का संकेत देता है | सुखद खान-पान व् आय वृद्धि भी प्राप्त हैं | आपका वर्ष 2023 सुखद रहा, आय वृद्धि –प्रमोशन, पारिवारिक सुख प्राप्त हुए | यदि आपकी कुंडली में गुरु बृहस्पति जन्म से वक्री या नीच हैं तो पेट खराब, गैस की समस्या व् पुत्र को कष्ट आदि सम्भव हैं | 1 मई से गुरु छ्टे घर – बुध के घर – बीमारी कष्ट चोट दुर्घटना के घर जाकर स्वास्थ्य ढीला कर सकता है | वाहन खराबी या दुर्घटना का संकेत बनता है 9 अक्तूबर से 4 फरवरी 2025 के बीच | मित्र द्वारा धोखा भी सम्भव है | अति आवश्यक है कि आप सिलोनी पीला पुखराज 6 – 7+ रत्ती सोने में अति शीघ्र पहनें – सारी उम्र के लिए व् गुरु बृहस्पति के उपाय भी किया करें, चाहे गुरु कुंडली में बहुत अच्छा ही क्यों न हो | 2025 में आप अपना निवास/स्थान परिवर्तन करेंगे ही | अनावश्यक घबराहट से बचें व् शनि के दान-उपाय करें |
यदि आपकी आयु का 18-19-20 वां वर्ष चल रहा है या गुरु बृहस्पति की 16 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो गुरु बृहस्पति की पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें, अवश्य ही अच्छी शिक्षा-ज्ञान, (विमशोत्तरी दशा में घर, वाहन, विवाह, सन्तान, पुत्र व् सर्व सुख लाभ जॉब प्रमोशन आदि मिलेंगे | आप गुरु, बुध व् शनि के उपाय करें | श्री लक्ष्मी नारायण की पूजा दान-उपाय आदि लाभ देंगे |
जन्म से ही राशि-स्वामी गुरु बृहस्पति अस्त /मकर राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा, निश्चित है |
सामान्य समय : 1-5-24 से 8-10-24/5-2-25 से 17-5-25
कमज़ोर /हानिकारक समय: 9-10-24 से 4-2-25 वक्री
- मकर लगन/राशि Capricorn:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर : भो,ज,जा,जी,जे,जो,खा,खी,खु,खे,खो,गा,गी )
(शुभ अंक 8, आपकी राशि का स्वामी ग्रह शनि )
मकर राशि/लगन/चन्द्र राशि मकर या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार मकर राशि : आपकी नाम राशि मकर के स्वामी शनिदेव हैं | आप अत्यंत मेहनती, सेल्फ-मेड, तार्किक, दयावान, धार्मिक व् परोपकारी व्यक्ति हैं | जनवरी 2017 से आप शनि साढ़ेसाती के शुभाशुभ प्रभाव में हैं |
अभी शनि साढ़ेसाती- तृतीय चरण – उतरती साढ़ेसाती : 28 अप्रैल 2022 से 29 मार्च 2025 तक रहेगी | ज्योतिष-नियम अनुसार साढ़ेसाती का यह चरण लाभकारी रहेगा | शनिदेव आपको मान सम्मान, मनोबल, आत्म विश्वास, अधिक शक्तियाँ, धन वृद्धि, पदोन्नति व् सुख सुविधाएँ आदि दे रहे हैं | विदेश यात्रा-धार्मिक यात्रा पर अवश्य जाएँ | गुरु बृहस्पति चन्द्र के घर में होने से घर/नया घर/घर की रेनोवेशन /बड़ा घर देना चाहते हैं गुरु बृहस्पति, उतरती शनि साढ़ेसाती में, शनि सहयोग से, पारिवारिक सुख, वाहन , सुख व् समृद्धि बढ़ाएंगे | 1 मई से गुरु पांचवें घर (सूर्य व् अपने घर) जाकर पारिवारिक सुख, पुत्र लाभ/सुख, आय व् कार्य वृद्धि तथा प्रमोशन आदि देगा यदि आप गुरु व् शनि के उपाय करते हैं |
यदि आपकी आयु का 30 -31वां या 36-37वां वर्ष चल रहा है या शनि की 19 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो शनि की पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें, अवश्य ही अच्छी जॉब प्रमोशन, पॉवर-शक्तियाँ, आय व् मान सम्मान आदि (विमशोत्तरी दशा में घर, सन्तान व् सेवा-सर्विस के सब सुख लाभ) मिलेंगे |
जन्म से ही राशि-स्वामी शनि अस्त /मेष राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा | शनि, गुरु व् सूर्य के उपाय करें |
शुभ/ लाभकारी/सामान्य समय : 29-6-24 तक /16-11-24 से 29-3-25
कमज़ोर /हानिकारक समय: 30-6-24 से 15-11-24 वक्री
- कुम्भ लगन/राशिAquarious:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर:गु,गे,गो,सा,सी,सु,से,सो,दा
(शुभ अंक 8, आपकी राशि का स्वामी ग्रह शनि )
शनि साढ़ेसाती: ज्योतिष नियम अनुसार आप पर शनि साढ़ेसाती का प्रथम चरण 24 जनवरी 2020 से 28 अप्रैल 2022 तक कष्टकारी,/ दूसरा चरण - अप्रैल 2022 से मार्च 2025 तक - लाभकारी व्/ तीसरा चरण - मार्च 2025 से फरवरी 2028 तक- फिर कष्टकारी होगा | तब भी, जन्म कुंडली देखकर साढ़ेसाती प्रभाव में बदलाव देखने को मिलते हैं |
कुम्भ राशि/लगन/चन्द्र राशि कुम्भ या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार कुम्भ राशि : आपकी नाम राशि के स्वामी शनिदेव हैं | शनि अपनी कुम्भ राशि पर बहुत प्रसन्न होते हैं व् अपनी कृपा से कुम्भ भरते रहते हैं (यदि जन्म से शनि नीच या वक्री न हों तब ) |
शनि साढ़ेसाती: दूसरा चरण : 29 अप्रैल 2022 से 29 मार्च 2025 तक : वर्तमान में शनिदेव ने आपको अधिक पावरफुल, ताकतवर, आत्म विश्वासी, मज़बूत मनोबल वाला व् थोडा अड़ियल बना दिया है | अब आपको पूर्ण मान सम्मान, अधिक शक्तियाँ, पदोन्नति, उच्च पद, समाज में प्रतिष्ठा व् सुख सुविधाएँ आदि मिल रही हैं | यदि जन्म कुंडली में शनि जन्म से ही अस्त/नीच राशि मेष का होने स/या वक्री होने पर आपका स्वास्थ्य खराब, बीमारियाँ अधिक व् मान सम्मान की कमी आदि रहेंगी, अधीनता से काम करना होगा |
यदि आप अधिक पावरफुल, आत्म विश्वासी, मज़बूत मनोबल, पूर्ण मान सम्मान, अधिक शक्तियाँ, पदोन्नति, उच्च पद, प्रतिष्ठा व् सुख सुविधाएँ चाहते हैं तो टेस्ट करके सिलोनी नीलम 6-7+ रत्ती चांदी /सोने में फरवरी अंत तक (सारी उम्र के लिए) पहनें |
1 मई से गुरु बृहस्पति चन्द्र के घर वृष राशि में आकर घर/नया घर/घर की रेनोवेशन /बड़ा घर देना चाहेंगे व् घर प्रॉपर्टी फ्लैट आदि के योग बनायेंगे, इसके लिए गुरु बृहस्पति की पूजा-जप-दान-उपाय आदि अवश्य करने होंगे |
यदि आपकी आयु का 30-31 वां या 36-37 वां वर्ष चल रहा है या शनि की 19 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो शनि की पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें, अवश्य ही अच्छी जॉब प्रमोशन, पॉवर-शक्तियाँ, आय व् मान सम्मान आदि (विमशोत्तरी दशा में घर, सन्तान व् सेवा-सर्विस के सब सुख लाभ आदि मिलेंगे | आप शनि, चन्द्र व् गुरु के उपाय करें | शिव-शक्ति व् शनि की पूजा दान उपाय आदि हर रोज़ किया करें | स्वयम भी महा मृत्युंजय जाप करते रहा करें या पंडित जी से करवा लें |
जन्म से ही राशि-स्वामी शनि अस्त /मेष राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा |
शुभ/ लाभकारी/सामान्य समय : 29-6-24 तक /16-11-24 से 29-3-25
कमज़ोर /हानिकारक समय: 30-6-24 से 15-11-24 वक्री
- मीन लगन/राशि Pisces:
(आपके प्रसिद्ध नाम का पहला अक्षर :दी,दू,थ,झ,दे,दो,चा,चि )
(शुभ अंक 3, आपकी राशि का स्वामी ग्रह गुरु बृहस्पति )
शनि साढ़ेसाती: ज्योतिष नियम अनुसार मीन राशि पर शनिदेव तीनों चरणों में कष्टकारी ही रहेंगे | परन्तु, यदि कुंडली में आपकी जन्म राशि के स्वामी गुरु बृहस्पति मजबूत हैं व् सही घर में हैं तथा शनि जन्म से वक्री या नीच नहीं है तो साढ़ेसाती में बहुत से विशेष लाभ सुख आदि मिलते रहेंगे | जन्म कुंडली देखकर ही इस राशि के इन वर्षों में शुभाशुभ प्रभाव निश्चित किये जा सकते हैं |
आप पर शनि साढ़ेसाती का प्रथम चरण 29 अप्रैल 2022 से 28 मार्च 2025 तक, दूसरा चरण 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक व् तीसरा चरण 24 फरवरी 2028 से 8 अगस्त 2029 तक चलेंगे |
आप पर शनि साढ़ेसाती का प्रथम चरण 29 अप्रैल 2022 से 28 मार्च 2025 तक :
मीन राशि/लगन राशि /चन्द्र राशि मीन या आप के प्रसिद्ध नाम अनुसार मीन राशि: आपकी नाम राशि के स्वामी गुरु बृहस्पति हैं जो आपको धार्मिक, परोपकारी व् दयावान बनाते हैं (यदि जन्म से गुरु नीच राशि मकर में या वक्री नहीं हैं ) | आप सद्गुणी हैं तथा दूसरों के कल्याण व् भले के लिए आप सहायता करते हैं |
साढ़ेसाती शुरू है, सो शनि आपकी कुंडली के बाहरवें घर में (व्यय, मोक्ष , अनावश्यक कष्ट व् खर्चे, चोट दुर्घटना, वाहन खराबी, मित्रों द्वारा चीटिंग आदि का घर) आपको इस प्रकार हानि कर सकता है | बाहरवें घर से - शनि दसवीं दृष्टि से भाग्य स्थान को भी देखेंगे व् उपलब्धियों में अवरोध पैदा कर सकते हैं | बड़े बुजुर्गों के लिए समय अच्छा नहीं | घर से दूर जाने व् लम्बी यात्राओं का योग बनेगा | विदेश यात्रा भी बनेगी | बायीं आँख की दृष्टि में कमी आएगी, ऑपरेशन भी सम्भव है | वाहन ध्यान से चलायें व् चोट दुर्घटना से बचें |
अति आवश्यक है कि आप अपनी राशि के स्वामी गुरु बृहस्पति को 7+ रत्ती पीला सिलोनी पुखराज पहन कर व् गुरुवार/वीरवार के नियमित उपाय करके स्ट्रोंग /मजबूत करें जिससे शनि देव शांत हों व् अधिक हानि/कष्ट आदि साढ़ेसाती समय में ना दें |
वर्तमान में , गुरु बृहस्पति दूसरे घर में पारिवारिक व् सन्तान सुख आपको प्रदान कर रहे हैं , आय आदि सही है | विदेश यात्रा या धार्मिक यात्रा का योग बना हुआ है | धन या सोना इकट्ठा करने का समय है | जॉब-कार्य-व्यापार में थोड़ी वृद्धि प्राप्त हुई है, अधिक शुभ लाभ, कार्य, आय, प्रमोशन आदि के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करनी होगी 2025 तक | धन वृद्धि, विवाह होना या परिवार वृद्धि पुत्र योग का समय चल रहा है | ससुराल पक्ष से मान सम्मान व् सुख मिलेगा |
यदि आपकी आयु का 18-19-20 वां वर्ष चल रहा है या गुरु बृहस्पति की 16 वर्षीय विमशोत्तरी दशा चल रही है तो गुरु बृहस्पति की पूजा जप तप पाठ दान उपाय करें, अवश्य ही अच्छी शिक्षा-ज्ञान, (विमशोत्तरी दशा में घर, वाहन, विवाह, सन्तान, पुत्र व् सर्व सुख लाभ जॉब प्रमोशन आदि मिलेंगे |
जन्म से ही राशि-स्वामी गुरु बृहस्पति अस्त /मकर राशि में नीच/ या वक्री होते हुए भी उपरोक्त लिखित समय में शुभाशुभ प्रभाव देगा | गुरु व् शनि के उपाय करें | अति आवश्यक : ॐ नमः शिवाय व् महामृत्युंजय जाप आप स्वयं अवश्य करें या पंडित जी से करवाएं | श्री लक्ष्मी नारायण व् शनि की पूजा दान-उपाय आदि अति आवश्यक हैं |
शुभ/ लाभकारी/सामान्य समय : जनवरी 2024/1-5-24 से 8-10-24/5-2-25 से 17-5-25
कमज़ोर /हानिकारक समय: 9-10-24 से 4-2-25 तक वक्री
यदि जन्म से ही आपकी जन्म कुंडली में:(1) गुरु-10 मकर राशि में नीच या अस्त या वक्री (2) शनि-1 मेष राशि में नीच या अस्त या वक्री हो तो ये लाभ सुख आदि में कमी रखेंगे |
प्रार्थना :
- यदि आप (1) अपनी समस्या व्यक्तिगत रूप से पूछना चाहते हों (2) आप अपना या अपने व्यवसाय का मासिक व्/या वार्षिक फल लिखित में मंगाना चाहते हों (3) जन्म से सारी उम्र का लिखित फलादेश, विशेष वर्षों में लाभ हानि आदि व् हर स्थिति के लिए उपायों सहित बनवाना चाहते हों तो आप व्हट्स एप्प 9876042656 पर अपना विवरण (नाम, जन्म की तारीख, समय, स्थान-जिला व् शैक्षणिक योग्यताएं) व् प्रश्न भेजें जिनका उत्तर आपको प्राप्त होगा, बताये गये मानदेय देने के बाद |
- इस लेख सम्बन्धी आपके सुझाव या आलोचना आदि का स्वागत रहेगा | ज्योतिष का ज्ञान रखने वाले विद्वान उपरोक्त लेख में कमियां लिखें तो मैं अपने ज्ञान वृद्धि के लिए उनका धन्यवादी होऊंगा | आलोचना करते हुए अपना तर्क अवश्य दें | केवल आलोचना के लिए आलोचना की आवश्यकता नहीं है | अकारण या नास्तिक होने पर अज्ञानी की तरह टिप्पणी करने से क्या लाभ ? आपके सुझावों का उपरोक्त व्हट्सएप नम्बर पर स्वागत है |
आप सभी के लिए शुभकामनाएं | जय श्री लक्ष्मी नारायण जी की |